बचपन की उंगली पकड़े हुए जवानी की धड़कनें गिनते हुए बचपन की उंगली पकड़े हुए जवानी की धड़कनें गिनते हुए
या खुद का ही नुकसान कर दे जब ऐसा होता है तब हम खुद जिम्मेदार होते हैं। या खुद का ही नुकसान कर दे जब ऐसा होता है तब हम खुद जिम्मेदार होते हैं।
पूरा करती हूँ खुश होकर जरूरतों को अपनी अपने ही दम पर। पूरा करती हूँ खुश होकर जरूरतों को अपनी अपने ही दम पर।
पढ़ते हैं खुद से हर काम करते हैं, अपने ऊपर ही निर्भर हैं बस, पढ़ते हैं खुद से हर काम करते हैं, अपने ऊपर ही निर्भर हैं बस,
या रजो-गमों से बेखोफ जुट जाओ मंजिल की तलाश में। या रजो-गमों से बेखोफ जुट जाओ मंजिल की तलाश में।
पास बुला कर दूर न करना, अब तुम ही मेरे गीत हो गए। पास बुला कर दूर न करना, अब तुम ही मेरे गीत हो गए।